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लगातार बढ़ रही बलात्कार की घटनाएं निसंदेह एक घिनौना कृत्य है मानव समाज अपने बहसीपन और काम वासना से ऊपर उठकर ऐसे कामों को अंजाम देता है.
पुरुष की काम वासना ऐसे व्यभिचार को जन्म देती हैं.
विज्ञान और तकनिकी के इस युग में जिस प्रकार सुबिधायें उपलब्ध हो रही हैं युवा पीड़ी की सोच बदलती जा रही है मॉडर्न लाइफ को जीने की तमन्ना में समय से पहले ही ऐसे लोग स्वाद समझ कर इस स्वाद का मजा लेना चाहते हैं स्वाभाविक है की मन रुपी इस ड्राइवर को वो जल्दी हांकना चाहते हैं.
बढ़ती अश्लीलता,टेलीविज़न,पोर्न साइट्स,इसके मुख्या कारण हैं इसके साथ ही सेक्स एजुकेशन का उल्टा प्रभाव, खुले आम बिकने वाले गर्भ निरोधक सामग्री ने ऐसे कृत्य को और बढ़ाबा दिया है.
अब वजह चाहे जो हो लेकिन मानसिकता इनकी यही है.
सत्य और भी है इन मामलों में लड़कियां / महिलायें भी कम दोषी नहीं है. समाज में बढ़ रहे ऐसे अपराधों में कुछ महिलाएं भी अपनी मर्जी और राजी से ऐसे कुकृत्य करवाती हैं..
बलात्कार जैसे घिनोने अपराध की सजा फांसी या नपुंसंगता से कम नहीं होनी चाहिए परन्तु ऐसी दोषी महिलाओ को भी नहीं बख्सा जाना चाहिए जो समाज में विष घोल रही हैं..मैं अपनी फेसबुक पर अक्सर ऐसी ख़बरों को शेयर करता रहता हु बिभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से.
कुछ गंदे लोगों के कारन समाज की यह दशा है..
सही है की गंदे पुरुष हरकतों से बाज नहीं आते और बेचारे कुछ बेगुनाह या तो इज़्ज़त के नाम पर चुप चाप सब बर्दाश्त करके या तो घूंट घूंट कर जीते है या खुदखुशी कर लेते हैं..बात चाहे झूंठे बलात्कार के इलज़ाम की हो या झूंठे दहेज़ केस की..
या पत्नी के शादी से पहले के अवैध सम्बन्धो की बात हो या शादी के बाद के नाजायज़ रिश्तों की..
देखा जाए तो लड़कियां शादी से पूर्व किसी न किसी कारन से पुरुषो के संपर्क में आकर अपनी कौमार्यता और पवित्रता नष्ट कर लेती हैं ,कुछ एक ऐसे मामले भी सामने आजाती हैं जब शादी के बाद भी उनके सम्बन्ध जारी रहते हैं.
महोदय ऐसे ज्यादातर मामले या तो समाज के नाम पर दवा दिए जाते हैं या फिर होनेर किलिंग जैसा
अंजाम.
ऐसी लड़कियों / महिलाओ की वजह से दो परिवार तो बर्बाद होते ही हैं सबसे ज्यादा तकलीफ और दर्द वो सहता है जिससे ऐसी की शादी होती है.
हम किसी लड़की से लड़के द्वारा जबरदस्ती से बनाये सम्बन्धो को रपे का नाम देते हैं फिर लड़की द्वारा अपनी मर्जी से किसी गैर पुरुष के साथ बनाये अवैध संबंधों को क्या नाम देते हैं?
जो लड़कियां शादी से पहले लड़को से साथ सम्बन्ध बनाती है और परिवार की बदनामी के साथ शादी के बाद किसी की ज़िन्दगी तबाह करती है उनको क्या नाम देते हैं??
चाहे कोई धर्म हो या जाती कोई भी शादी से पहले अथवा बाद में किसी अन्य के साथ लड़कियों/महिलाओं द्वारा बनाये सम्बन्ध को जायज़ नहीं मान सकता फिर ऐसे मामलो के लिए कानून क्यों नहीं???
सिर्फ समाज में इज़्ज़त के नाम पर ऐसे मामले दवाये क्यों जाते हैं?
ऐसे अधिकतर केसों में फिर मुह खोलने पर लड़की पक्ष द्वारा दहेज़ उत्पीड़न की धमकी दी जाती है और समाज का डर फिर पीड़ित लड़के के पास सिवाए आत्महत्या के शायद ही कोई चारा बचता है
मैं कहता हूँ बलात्कार की सजा नपुंसंगता हो और ऐसी फरेबी महिलाओ को भी कड़ी से कड़ी सजा का प्राबधान हो की भविष्य में न फिर बलात्कार हो और न ऐसे अवैध सम्बन्धो और झूंठे आरोपों का जाल.
कुछ लोग होसला कर लेते है और कुछ मन मसोस कर इज्जत के नाम पर चुप रह जाते है
फिर ख़ुदकुशी ही बहुत सी बार निर्दोष चरित्रवान पुरुषों का भाग्य बनती है .
अवेध संबंधो के चलते कई जिन्दगिया तबाह हा जाती है..
-गौरव वार्ष्णेय “ पागल “ .
(फेसबुक, ट्विटर, जागरण जंक्शन>>GVKASAK)
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